मैंने आग़ोश-ए-तसव्वुर में भी खेंचा तो कहा पिस गई पिस गई बेदर्द नज़ाकत मेरी मैंने आग़ोश-ए-तसव्वुर में भी खेंचा तो कहा पिस गई पिस गई बेदर्द नज़ाकत मेरी
दर-दर भटक रहा था मन मेरा, जिसे तुम्हारी जुल्फों ने पनाह दिया। दर-दर भटक रहा था मन मेरा, जिसे तुम्हारी जुल्फों ने पनाह दिया।
तुम तड़पोगी,तुम तरसोगी हमारे लिए मेरी जुदाई में आह होगी,आवाज़ नहीं तुम तड़पोगी,तुम तरसोगी हमारे लिए मेरी जुदाई में आह होगी,आवाज़ नहीं
मेरी जान तुझसे मिलके मजा आ गया है। मेरी जान तुझसे मिलके मजा आ गया है।
लव है पैमाना ,नज़रे है मैख़ाना तेरी चाहत दुनियां कि तकदीर दीदार बिन पिए वहक जाना।। लव है पैमाना ,नज़रे है मैख़ाना तेरी चाहत दुनियां कि तकदीर दीदार बिन पिए वहक जाना।।
चाँद ,चंद्रमा शशि मून जाने कितने नाम।। सोलह कला से पूरित! चाँद ,चंद्रमा शशि मून जाने कितने नाम।। सोलह कला से पूरित!